नागमणि - एक रहस्य (भाग-1) Pruthvi Solanki द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

नागमणि - एक रहस्य (भाग-1)

प्राचीनकाल की बात करे तो प्राचीनकाल मै बहुत सी घटना ऐसी हुई है जिसे हम जानते है पर उसे काल्पनिक मानते है। देव, दानव, तिलिस्मी खजाने, स्वर्ग, नरक, पाताल, पारस पत्थर, शेषनाग, बहुत सी ऐसी चीजे है जिसे हम काल्पनिक मानते है.,पर आज भी इस चीजों के अवशेष मिलते है तो इसे काल्पनिक तो नहीं मान सकते ना.????.बहुत सी ऐसी चीजे है जो सत्य है जो हमारे सामने होते हुए भी हमसे अनजान है। हम अगर ढूंढने निकले तो बहुत सी चीजें हमको मिल सकती है पर लोग बहुत सी चीजों को काल्पनिक मानते है और अनजान है।

मिस्टर राजकपूर गुजरात के जाने माने पुरातत्व विभाग के अधिकारी थे.,और वे खोजकर भी थे।

आज वे गुजरात के जाने माने लोग मे से एक है.,और उन्होंने पुरातत्व विभाग से इस्तीफा दे दिया है। आज उन्होंने अपना खुद का बिजनेस खोला हुआ है.,उनकी २० कंपनी है और उनका बहुत ही बड़ा बंगला है जिसमें गार्डन, स्विमिंग पूल है., और उनके बंगले में २० कमरे है। वे अपने पूरे परिवार के साथ रहते है और अपनी खुश खुशहाल ज़िन्दगी बिता रहे है।

मिस्टर राजकपूर के परिवार मे उनके माता - पिता, उनके बड़े भाई की पत्नी और दो बच्चे, राजकपूर की पत्नी,और दो बच्चे सब मिलके और खुश रहते है। राजकपूर के बड़े भाई गुजर गए है और उनके बड़े भाई भी पुरातत्व विभाग के अधिकारी थे जो एक मिशन के अंदर मौत हो गई थी। उनके बड़े भाई अशोककपूर उनके दो बच्चे है एक लड़का और एक लड़की., राजकपूर के दो बच्चे है दोनों लड़के है। राजकपूर आज ५१ साल के है.,पर आज भी कई मिशन के लिए उनकी सहेमती और विचार लिया जाता है। राजकपूर के बड़े भाई के लड़के राहुल आज ३ कंपनी चलाते है, और बड़े भाई की लड़की काजल अभी पढ़ रही है.,और राजकपूर के बड़े लड़के प्रेम ज्यादातर कविताएं और किसी ना किसी पर खोज करते रहते है, और उनके छोटे लड़के पारस ३ कंपनी चलाते है। सब मिल के और अच्छे तरीके से एक दूसरे के साथ रहते है। राजकपूर का एक सीक्रेट कमरा है जिसे उन्होंने लॉक रखा है और उनकी चावी उनके पास ही रहती है.,उस कमरे मे क्या है वो नई पेढ़ी को नहीं पता है बाकी सबको पता है।

सुबह का वक़्त है  परिवार के लोग डाइनिंग टेबल पर बैठे है और नास्ता कर रहे है।

कैसे हो राहुल.????. और वो प्रेम कहा है सुबह के ९ बजे है सो रहा है क्या अब तक.,राजकपूर कहते है।

हा चाचू बढ़िया हूं.,प्रेम तो सो ही रहा होगा आपको पता तो है.,वैसे आज कल वो किसी खोज की बात कर रहा था। पता नहीं क्या है कुछ पत्थर की बात थी।

हा पापा प्रेम भैया कुछ ना कुछ खोजते रहते है.,पारस ने कहा।

मुझे बहुत ही चिंता रहती है मेरे बेटे की क्या खोजता रहता.,क्या कमी है उसे पता नहीं चलता और आप भी कुछ कहते नहीं उसे राजकपूर की पत्नी जिनका नाम सारिका है वो कहती है।

हा पर में कुछ नहीं कह सकता उसकी क्या सोच है वो क्या करना चाहता है वे हमको तो बताना नहीं चाहता राजकपूर कहते है।

में उनके कमरे मे गई थी वे किसी पत्थर की बाते पढ़ रहे थे चाचू.,काजल कहती है।

भाई साब आप प्रेम से बात कीजिए और पूछिए क्या कर रहा है बहुत सी कंपनी है जिसे आप चला रहे है और राहुल और पारस भी चला रहे है उसको भी जिम्मेदारी दे दीजिए तो अच्छा रहेगा हसते हसते राजकपूर के बड़े भाई की पत्नी जिनका नाम दर्शिता है वो कहती है।

हा हा बात करूंगा उससे में वो उठे तब ना।

हेल्लो ऑल फैमिली कैसे हो सब प्रेम आता है.,दादा दादी नाश्ता कम करना हसते हसते प्रेम कहता है।

आज में बहुत खुश हूं पापा आज मेरी महेनत सफल होने जा रही है में जिस खोज में था वो मिलने वाला है., प्रेम राजकपूर से कहता है।

हा बेटा ऐसा तो क्या खोज रहे हो तुम बोलो.????.राजकपूर प्रेम से कहते है।

पापा आप सोच भी नहीं सकते ऐसी चीज ढूंढी है मैने.,जो लाखो मे एक चीज है जिसे पाने को सब तरसते है जिसे देखना भी नसीब की बात है.,पापा उसका नाम है नागमणि।

परिवार के सब बड़े प्रेम को देखने लगे और आश्चर्य मे पड़ गए

बेटा तुम कहीं नहीं जावोंगे तुम यहां रहो क्या ये सब ढूंढ़ते रहते हो.,गुस्से में राजकपूर बोलते है।

पापा मेरा सपना था कि में कुछ ऐसा करू जिससे मेरा नाम याद रखा जाए।

मैने कहा तुम नहीं जा सकते तुम कंपनी संभालो वैसे भी अब में बूढ़ा होने चला हूं राजकपूर कहते है।

नहीं पापा में नागमणि ढूंढने जाऊंगा यही मेरा फैसला है.,वे उठ खड़ा होता है और अपने कमरे मे चला जाता है।

परिवार के सब नागमणि का नाम आते ही चिंता में थे।

*****